ब्यावरा में 19 जनवरी को हुई सीएए समर्थन रैली में भाजपा नेता को थप्पड़ मारने के मामले में नई जानकारी सामने आई है। थप्पड़ मारने वाली राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता पर आरोप लगा है कि उन्होंने उसी दिन ड्यूटी पर तैनात 61 वर्षीय एएसआई नरेश शर्मा और एक पटवारी को भी थप्पड़ मारा था। एएसआई ने इसकी शिकायत अपने आला अफसरों से की थी। राजगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा का कहना है कि मुझे इससे संबंधित आवेदन मिला है। मैं संबंधित अधिकारी से चर्चा करूंगा।
एएसआई को इसलिए मारा था
एएसआई शर्मा की महारैली में ड्यूटी थी। बताया जा रहा है कि वे ब्यावरा में वैष्णो देवी मंदिर के सामने गाड़ी में बैठकर कैमरे से रैली की रिकॉर्डिंग कर रहे थे। दोपहर करीब 1:30 बजे कलेक्टर यहां पहुंची और उन्होंने शर्मा को गाड़ी से नीचे उतारकर थप्पड़ मारा। इसी तरह रैली शुरू होने के पहले मौके पर पटवारी जितेंद्र ड्यूटी कर रहे थे, तब वहां से निकलते वक्त कलेक्टर ने उन्हें फटकार लगाई और थप्पड़ मारा था। जितेंद्र को थप्पड़ मारने का वीडियो बीते दो दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बड़ा सवाल : कलेक्टर निधि निवेदिता ने भाजपा कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारने के बाद मीडिया के सामने सफाई दी थी कि माहौल बिगड़ सकता था, इस कारण यह स्टेप उठाना पड़ा। अब सवाल यह है कि पुलिसकर्मी और पटवारी भी क्या माहौल बिगाड़ रहे थे और क्या कलेक्टर को अपने अधीनस्थ को भी थप्पड़ मारने का अधिकार है।